प्रधान मंत्री मुद्रा योजना लोन के माध्यम से नागरिकों को 50000 से 10,00,000 तक का लोन मिल सकता है | प्रधान मंत्री मुद्रा योजना लोन के तहत तीन प्रकार की विशेष ऋण व्यवस्थाएं हैं।
भारत में छोटे और मझोले व्यवसायों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। ये न केवल बड़े पैमाने पर रोजगार उत्पन्न करते हैं, बल्कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देते हैं।
इसी लोन योजना में चाइल्ड लोन के तहत, केंद्र सरकार छोटे व्यवसायों या उद्यमों को 50,000 रुपये तक का ऋण प्रदान करती है , जहां नागरिकों को ऋण प्राप्त करने के पांच साल के भीतर ऋण चुकाना होगा।
मुद्रा ऋण बिना किसी गारंटी के दिए जाते हैं, अर्थात् उधारकर्ताओं को ऋण प्राप्त करने के लिए कोई सुरक्षा( security ) जमा करने की आवश्यकता नहीं होती है।हालांकि, अक्सर इन छोटे उद्यमों को वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण वे अपनी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पाते। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने अप्रैल 2015 में प्रधान मंत्री मुद्रा योजना (PMMY) की शुरुआत की।
Pradhan Mantri Mudra Loan Yojana क्या है ?
भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को प्रधान मंत्री मुद्रा योजना शुरू की।प्रधान मंत्री मुद्रा योजना का उद्देश्य छोटे और मझोले व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे लोन के माध्यम से अपनी व्यवसायिक जरूरतों को पूरा कर सकें और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।
इस योजना से भारत के हर ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में उद्योगों के विकास से देश से बेरोजगारी को काम किया जा सकता है | इससे नागरिकों में कार्य करने की क्षमता विकसित होगी और देश की आर्थिक व सामाजिक स्थितियां भी मजबूत होगी |
इस योजना के तहत, ₹10 लाख तक के ऋण दिए जाते हैं जिन्हें मुद्रा ऋण कहा जाता है।
तो चलिए जानते हैं कि प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना का लाभ किन नागरिको को मिल सकता है, आवेदन करने की योग्यता क्या होती है, आवेदन करते समय कौन-कौन से दस्तावेज जमा करने चाहिए और आवेदन करने पर आप योजना का लाभ कहां से सफलतापूर्वक प्राप्त कर सकते हैं।